tag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post4417021523442163908..comments2024-03-25T22:17:54.601+05:30Comments on अपनों का साथ: मेरी हिंदी , मेरा लेखन और मेरा संपादन .......गर्व है मुझे की मैं हिंदी में लिखती हूँAnuhttp://www.blogger.com/profile/06148740562737916297noreply@blogger.comBlogger62125tag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-64710316290320554112012-12-08T15:31:43.302+05:302012-12-08T15:31:43.302+05:30भाषा का महत्त्व किसी राष्ट्र, इंसान की उन्नति के ल...भाषा का महत्त्व किसी राष्ट्र, इंसान की उन्नति के लिए अत्यधिक है ... <br />अपनी भाषा पर सभी को गर्व होना चाहिए ... सारगर्भित आलेख ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-85571353176837700022012-11-26T21:13:27.897+05:302012-11-26T21:13:27.897+05:30क्षितिजा और कस्तूरी आपको यहाँ मिल सकती है ....
h...क्षितिजा और कस्तूरी आपको यहाँ मिल सकती है ....<br /><br /><br />http://www.flipkart.com/kasturi-9381394148/p/itmdbv8djgruzz9c?pid=9789381394144<br /><br /><br />आभार Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-35217938081883528442012-11-26T19:42:29.669+05:302012-11-26T19:42:29.669+05:30आपके सार्थक ब्लॉग पर आकर बहुत प्रसन्नता हुई,आपकी र...आपके सार्थक ब्लॉग पर आकर बहुत प्रसन्नता हुई,आपकी रचनाएँ पढ़ कर पुन: उपस्थित होना चाहता हूँ, आपके संग्रह कहाँ से प्राप्त किये जा सकते हैं ? जो अपनी माँ और भाषा पर गर्व न कर सके वह इंसान अधम होता है ,आपके उत्तम विचारों को नमन .<br />अभिन्नhttps://www.blogger.com/profile/06944616806062137325noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-67964948842357032282012-11-23T19:28:47.861+05:302012-11-23T19:28:47.861+05:30jordar prastuti.hindi par garv tha, hai aur rahega...jordar prastuti.hindi par garv tha, hai aur rahega,अज़ीज़ जौनपुरीhttps://www.blogger.com/profile/16132551098493345036noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-65414924783486531222012-11-22T16:12:50.303+05:302012-11-22T16:12:50.303+05:30 अंजू अपनी भाषा के प्रति सम्मान और निष्ठां ही एक ल... अंजू अपनी भाषा के प्रति सम्मान और निष्ठां ही एक लिखने वाले का सबसे बड़ा गर्व होता है और होना भी चाहिए . हमारी मातृभाषा ही हमारी पहचान है लेकिन जब हममें ही ही कुछ अपनी इसा भाषा को ही गलियां देने लगते हैं और फिर इसको लिखने वालों को जाहिल और गवारों की भाषा बताने लगते हैं तो लगता है कि शायद वे इस धरती के नहीं बल्कि किसी और जमीन पर पैदा होकर यहाँ आये हैं । विश्व के पटल पर हिंदी के लिए काम करने वाले लोग विदेशों में बहुत सफलता पूर्वक अपनी भाषा को ऊंचाइयों तक पहुंचा रहे हैं। हमें उनपर गर्व है। रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-30099502992748409002012-11-21T18:33:53.093+05:302012-11-21T18:33:53.093+05:30हिंदी के प्रति समर्पण लोगों के लिए प्रेरणा है हमें...हिंदी के प्रति समर्पण लोगों के लिए प्रेरणा है हमें हिन्दी पर गर्व होना ही चाहिए.,,,<br /><br />धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-28572509659508029442012-11-20T09:26:39.455+05:302012-11-20T09:26:39.455+05:30bahut hi sunadar aur bebak prastutibahut hi sunadar aur bebak prastutiAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/14500351687854454625noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-54999400584635713822012-11-19T21:31:52.781+05:302012-11-19T21:31:52.781+05:30निज भाषा उन्नति अहै सब उन्नति कै मूल...विश्व हिंदी...निज भाषा उन्नति अहै सब उन्नति कै मूल...विश्व हिंदी सम्मेलनों में विदेशियों को हिंदी और देशियों को अंग्रेजी बोलते देख शर्म आ ही जाती है... Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-55842109415215732602012-11-19T14:08:20.195+05:302012-11-19T14:08:20.195+05:30हमें हिन्दी पर गर्व होना ही चाहिए. अपने विचार का स...हमें हिन्दी पर गर्व होना ही चाहिए. अपने विचार का सम्प्रेषण निःसंदेह करते रहना चाहिए. शुभकामनाएँ.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-87413153410229345412012-11-18T01:37:04.011+05:302012-11-18T01:37:04.011+05:30बहुत सुन्दर प्रविष्टि वाह!
इसे भी अवश्य देखें!
च...बहुत सुन्दर प्रविष्टि वाह!<br /><br />इसे भी अवश्य देखें!<br /><br />चर्चामंच पर एक पोस्ट का लिंक देने से कुछ फ़िरकापरस्तों नें समस्त चर्चाकारों के ऊपर मूढमति और न जाने क्या क्या होने का आरोप लगाकर वह लिंक हटवा दिया तथा अतिनिम्न कोटि की टिप्पणियों से नवाज़ा आदरणीय ग़ाफ़िल जी को हम उस आलेख का लिंक तथा उन तथाकथित हिन्दूवादियों की टिप्पणयों यहां पोस्ट कर रहे हैं आप सभी से अपेक्षा है कि उस लिंक को भी पढ़ें जिस पर इन्होंने विवाद पैदा किया और इनकी प्रतिक्रियायें भी पढ़ें फिर अपनी ईमानदार प्रतिक्रिया दें कि कौन क्या है? सादर -रविकर<br /><br /><a href="http://besurm.blogspot.in/2012/11/blog-post_17.html" rel="nofollow"><b>राणा तू इसकी रक्षा कर // यह सिंहासन अभिमानी है</b></a>चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-68689795397822511512012-11-18T01:36:42.925+05:302012-11-18T01:36:42.925+05:30बहुत सुन्दर प्रविष्टि वाह!
इसे भी अवश्य देखें!
च...बहुत सुन्दर प्रविष्टि वाह!<br /><br />इसे भी अवश्य देखें!<br /><br />चर्चामंच पर एक पोस्ट का लिंक देने से कुछ फ़िरकापरस्तों नें समस्त चर्चाकारों के ऊपर मूढमति और न जाने क्या क्या होने का आरोप लगाकर वह लिंक हटवा दिया तथा अतिनिम्न कोटि की टिप्पणियों से नवाज़ा आदरणीय ग़ाफ़िल जी को हम उस आलेख का लिंक तथा उन तथाकथित हिन्दूवादियों की टिप्पणयों यहां पोस्ट कर रहे हैं आप सभी से अपेक्षा है कि उस लिंक को भी पढ़ें जिस पर इन्होंने विवाद पैदा किया और इनकी प्रतिक्रियायें भी पढ़ें फिर अपनी ईमानदार प्रतिक्रिया दें कि कौन क्या है? सादर -रविकर<br /><br /><a href="http://besurm.blogspot.in/2012/11/blog-post_17.html" rel="nofollow"><b>राणा तू इसकी रक्षा कर // यह सिंहासन अभिमानी है</b></a>चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-76611751014706147412012-11-17T22:52:36.160+05:302012-11-17T22:52:36.160+05:30sahi bat hamen garv hona hi chahiye...sahi bat hamen garv hona hi chahiye...Dr.NISHA MAHARANAhttps://www.blogger.com/profile/16006676794344187761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-42752850261156822372012-11-17T05:07:06.773+05:302012-11-17T05:07:06.773+05:30हिंदी पर शर्म करने वाला कोई भारतीय ही रहा होगा , क...हिंदी पर शर्म करने वाला कोई भारतीय ही रहा होगा , क्योंकि विश्व में सिर्फ भारत ही ऐसा देश नजर आता है जहाँ मातृभाषा में बात करना शर्मिंदगी का कारण हो सकता है .<br />आपको अपनी हिंदी पर गर्व है , हमको हमारी हिंदी और आप पर भी अभिमान है !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-55502543665489914602012-11-17T01:06:07.914+05:302012-11-17T01:06:07.914+05:30अनु जी, हिंदी अपने देश में ही बेगानी हुई जा रही है...अनु जी, हिंदी अपने देश में ही बेगानी हुई जा रही है<br />हमारे अपने देश में अंग्रेजी सयानी हुई जा रही है ।आनन्द विक्रम त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/09447684273193676654noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-58006189298359972772012-11-16T22:47:06.386+05:302012-11-16T22:47:06.386+05:30आपको हिन्दी पर गर्व है और मुझे हिन्दी और आप दोनों ...आपको हिन्दी पर गर्व है और मुझे हिन्दी और आप दोनों पर गर्व है । दीपावली शुभ हो ।गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-54168646936724914192012-11-16T18:13:01.652+05:302012-11-16T18:13:01.652+05:30गर्व से कहो...हमारी राष्ट्रभाषा हिंदी है ....
बधाई...गर्व से कहो...हमारी राष्ट्रभाषा हिंदी है ....<br />बधाई !अशोक सलूजाhttps://www.blogger.com/profile/17024308581575034257noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-66317344590978366112012-11-16T17:20:32.387+05:302012-11-16T17:20:32.387+05:30भाषा का महत्व तो है ही मगर भाव भी बहुत महत्वपूर्ण ...भाषा का महत्व तो है ही मगर भाव भी बहुत महत्वपूर्ण हैं. भाव व्यक्त होने चाहिए...कोई भी भाषा इतनी कमजोर नहीं कि उसका मजाक उड़ाया जाए...वह मजाक खुद उस व्यक्ति का होता है...<br />बहुत अच्छा आलेख...वीना श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09586067958061417939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-25973472345379755702012-11-16T15:26:03.779+05:302012-11-16T15:26:03.779+05:30आज कहीं पढ़ रहा था.... किसी जायदा ही तथाकथित बुद्ध...<br /> आज कहीं पढ़ रहा था.... किसी जायदा ही तथाकथित बुद्धिमान ने अपने ब्लॉग को शुशोभित कर रखा था - "जैसे आज छुट्टी है और मैं फ़ालतू हूँ कोई काम धाम है नहीं सुबह तीन घंटे जिम में बिताये ..शाम धनतेरस के उसमें शौपिंग में बीतेगी ... और रात किसी रेस्ट्राओं में ... इसी बीच नालायक, ऐम्लेस, निठल्लों की तरह फ़ालतू टाइम था तो सोचा ज़रा हिंदी ब्लॉग्गिंग कर ली जाए। "………….<br />"आगे उन्होने लिखा था ... लोकली छपने के बाद ऐसे लोग आत्महत्या भी नहीं करते शर्म से ... कि लोकल लेवल पर छपे हैं खुद का पेट काट कर किताब छपवाई है ... भई! ऐसे छपने से तो अच्छा है आदमी तीन बार सकेसेफुल्ली सुईसाइड कर ले .... या फिर चम्मच में सूखा पानी लेकर डूब मरे ... "<br />पर मुझे सबसे जायदा मजा तब आया जब उनही तथाकथित कवि को मैंने अपने पहले साझा कविता संग्रह मे पाया... फिर आगे चल कर उनको खुद से छपाई के लिए पैसे खर्च करने वाले संपादक के आने वाली पुस्तक के कवर पेज मे भी देखा... पता नहीं क्यों ऐसे लोग खुद को गाली दे कर खुश होते हैं...!! एक और बात आजकल वो अपने कुत्ते के लिए जायदा ही प्यार साबित करना चाहते हैं, तभी तो उन्हे कुत्ते मे अपनी भाषा दिखती है॥ हो सकता है कुछ दिन बाद वो भों भों .... कर के लिखने लगे...<br />अंजु जी अगर आप उनके पोस्ट को देख कर ये लिख रही हैं... तो फिर मुझे लगता है आप गलती कर रही हैं....<br />हिन्दी हमारी भाषा है, हमारी माँ है.... हम जो भी करेंगे ... वो उसके लिए प्यार ही होगा... !! तो आप जो कर रहे हो... करते रहो...... हम सब साथ हैं... <br />मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-37164607468358509912012-11-16T15:13:29.571+05:302012-11-16T15:13:29.571+05:30अच्छा लिखा है आपने ।अच्छा लिखा है आपने ।इमरान अंसारी https://www.blogger.com/profile/01005182448449326178noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-4670668119840294032012-11-16T14:45:56.235+05:302012-11-16T14:45:56.235+05:30भाषा की महत्ता व विविधता क्षेत्रीय विविधता पर निर्...भाषा की महत्ता व विविधता क्षेत्रीय विविधता पर निर्भर है,अभिव्यक्ति में गुण दोष हो सकता है,किन्तु भाषा चाहे जो हो उसका उचित सम्मान आवश्यक है,पूर्णतः सहमत. Anil Kumar Singhhttps://www.blogger.com/profile/13391601135493675446noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-66478326673479940032012-11-16T13:28:36.847+05:302012-11-16T13:28:36.847+05:30अगर लेखक अपनी बात नहीं रख पाएगा तो वो लिखेगा कैसे....अगर लेखक अपनी बात नहीं रख पाएगा तो वो लिखेगा कैसे..<br /><br />ye bat tumhari muje bahut pasand aai.. aur tumme vo himmat hai ki tum juth ke samne lad sako.. har pal rasta tumhe aage le jayega annu..muje naz hai ki tumhari jindgi me tumne muje shamil kiya hai...shukriyaa yaar..નીતા કોટેચાhttps://www.blogger.com/profile/09918063056143268021noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-50549371251681114302012-11-16T13:16:27.122+05:302012-11-16T13:16:27.122+05:30पंकज जी ....स्वागत है आपका पंकज जी ....स्वागत है आपका Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-44718948394854291532012-11-16T13:15:57.950+05:302012-11-16T13:15:57.950+05:30शुक्ला जी ...सार्थक आलोचना का हम भी समर्थन करते है...शुक्ला जी ...सार्थक आलोचना का हम भी समर्थन करते है और कभी उसे पीछे भी नहीं हटे और ना ही हटेंगे :)))Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-36090280580402265952012-11-16T12:33:43.755+05:302012-11-16T12:33:43.755+05:30बड़े खुबसूरत विचार हैं आपके .मैं आपसे सहमत हूँ बड़े खुबसूरत विचार हैं आपके .मैं आपसे सहमत हूँ कालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468501579776357892.post-5482819457844191322012-11-16T12:27:09.737+05:302012-11-16T12:27:09.737+05:30इंग्लिश की अपनी अहमियत है. लेकिन जहाँ जहाँ एसियन ल...इंग्लिश की अपनी अहमियत है. लेकिन जहाँ जहाँ एसियन लोग हैं , वहां हिंदी को समझने वाले ज्यादा मिलते हैं. यह हमने दुबई में महसूस किया था. <br />लेकिन अपनी भाषा पर सबको गर्व होना चाहिए. हिंदी में बात करना/लिखना /पढना हमें तो बड़ा अच्छा लगता है. डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.com