Saturday, October 5, 2013

राम तेरे देश में



राम तेरे देश में.......(पूरी कविता पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे)
राम तेरे देश में
क्यों मची हुई है लूट ?
सत्य अहिंसा छोड़कर,
डाल रहे हैं सब फूट

हर जगह लुट रही है नारी,
हो रही अस्मतों की लूट......

4 comments:

Anonymous said...

आपने लिखा....हमने पढ़ा....
और लोग भी पढ़ें; ...इसलिए आपकी पोस्ट हिंदी ब्लॉगर्स चौपाल में शामिल की गयी और आप की इस प्रविष्टि की चर्चा {रविवार} 06/10/2013 को इक नई दुनिया बनानी है अभी..... - हिंदी ब्लॉगर्स चौपाल – अंकः018 पर लिंक की गयी है। कृपया आप भी पधारें और फॉलो कर उत्साह बढ़ाएँ | सादर ....ललित चाहार

Anju (Anu) Chaudhary said...

आभार ललित जी .....आप से निवेदन है कि कृपया आप मेरी वेब साईट पर कॉमंट करे ..तो मुझे और भी अच्छा लगेगा इस से उसे भी पहचान मिलेगी

Dr.NISHA MAHARANA said...

bahut hi prasangik prashan ..... aur prastuti ...

Dr. sandhya tiwari said...

raam ke desh me na pahle sita surakshit thi aur na ab hai.............sundar rachna...